Thursday, November 9, 2017

हाय मेरे वो नहीं आए

"हाय मेरे वो नहीं आए"

हाय मेरे वो नहीं आए
जिन्हें मैं पल पल याद करता था
जो मेरे दिलो-दिमाग में छाए रहते थे
जिन्हें मैं सोते उठते बैठते जागते याद करता था
हाय मेरे वो नहीं आए।

मेरी उम्मीदों का बांध टूट गया
मेरे सब्र का बांध टूट गया
मेरा खाना पीना भी छूट गया
अब मैं कैसे जीऊंगा
हाय मेरे वो नहीं आए।

जिन्हें मैं पल पल याद करता था
जो मेरे दिलो-दिमाग में छाए रहते थे
हाय मेरे वो नहीं आए।

मेरे 15 लाख नहीं आए
अफसोस किसी के भी नहीं आए
अब मैं किससे पूछूँ के हाय मेरे वो क्यूँ नहीं आए।

                                           📝
                                      सोमवीर सिंह